बिलासपुर। झीरम घाटी हत्याकांड में हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने एनआईए की याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा है। बुधवार को हाईकोर्ट में याचिकाकर्ता और शासन की ओर से बहस की गई। शासन की ओर से कहा गया कि झीरम घांटी हत्याकांड वृहद राजनीतिक षड्यंत्र था. जिसकी NIA ने जांच नहीं की। पिछले दो दिन से जस्टिस आरसीएस सामंत और जस्टिस अरविंद सिंह चंदेल की डिवीजन बेंच में इस मामले की सुनवाई चल रही थी।
गौरतलब है कि झीरम कांड में दिवंगत कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक उदय मुदलियार के पुत्र जितेंद्र मुदलियार ने जून 2020 में दरभा थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई थी
उनकी रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 302 और 120 के तहत आपराधिक प्रकरण दर्ज किया था। उनका कहना है कि एनआइए ने इस घटना में राजनीतिक षड्यंत्र की जांच नहीं की । दरभा थाने में दर्ज रिपोर्ट को चुनौती देते हुए एनआइए ने अपनी विशेष अदालत में याचिका दायर की थी, जिसे खारिज कर दिया गया। इस फैसले के खिलाफ एनआइए ने हाई कोर्ट में आपराधिक अपील प्रस्तुत की थी।