रायपुर। छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण और गायों की मौत के मुद्दों पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। दिल्ली से लौटे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकार पर तीखा तंज कसते हुए कई गंभीर आरोप लगाए। उ
न्होंने कहा कि साय सरकार ने गौठान योजना बंद कर दी है, जिससे खेतों में फसल बर्बाद हो रही है और किसान मवेशियों को खदेड़ने को मजबूर हैं। सरकार ने गौ अभ्यारण्य और गोधाम बनाने की घोषणा की थी, लेकिन 20 महीने बाद भी कोई ठोस पहल नहीं हुई। उन्होंने कहा, “सरकार ने गायों को मरने के लिए सड़कों पर छोड़ दिया है। ऐसे गौभक्तों को गायों का श्राप लगेगा।”
धर्मांतरण के मुद्दे पर भूपेश बघेल ने कहा कि 2006 में रमन सरकार के दौरान धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम बनाया गया था और विधानसभा से पारित भी हुआ, लेकिन आज तक उसे लागू नहीं किया गया। वर्तमान सरकार इस अधिनियम में संशोधन की बात कर रही है, पर अब तक सिर्फ गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी धर्मांतरण के नाम पर सिर्फ राजनीति कर रही है—केरल में एक बात बोलती है, और छत्तीसगढ़ में दूसरी।
पाकिस्तान से क्रिकेट सीरीज पर भी उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। बघेल ने कहा कि जब ऑपरेशन सिंदूर चल रहा है, तब पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना सरकार की दोहरी नीति को उजागर करता है। उन्होंने इसे देश की सुरक्षा भावना के खिलाफ बताया।