ग्रामीणों के घरों के दरवाजे को तोड़कर रसोई में घुस रहे भालू, इलाके में दहशत का माहौल

बिपत सारथी@मरवाही। भालू लैंड के नाम से मशहूर मरवाही वन मंडल में इन दिनों ग्रामीण लोग अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं है, और भालू के हमले से बाल बाल बचे हैं। घर के अंदर भी भालुओं का दहशत है, ग्रामीण लोग रात जगा करने को मजबूर हैं,एक ऐसा भालू जो लोगों के घर के दरवाजे को खटखटाता भी है और दरवाजा तोड़कर रसोई घर में घुस जाता है। वहां रखें खाने-पीने का सामान को खाने के बाद वापस निकल जाता है।जिससे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। यह घटना टीवी चैनल के एक पत्रकार के घर हुआ जिससे किसी तरह उन्होंने यह वीडियो बनाया है, वीडियो में आप साफ देख सकते हैं कि किस तरह भालू घर में घुस रहा है। दरअसल मरवाही वन मंडल परिक्षेत्र की ग्राम पिपरिया सहित आसपास इलाके में भालू भोजन की तलाश में अब लोगों के घरों में घुसने लगा है,और रसोई घर में रखी खाने-पीने के समान को खाने के बाद वापस चला जाता है। इस तरह की कई घटनाएं रात्रि के समय हुआ है जिससे लोग दहशत की साए में जीने को मजबूर है क्योंकि मरवाही वन मंडल में लगातार भालुओं के काटने का मामला सामने आता है फिर भी वन विभाग इस पर गंभीर नहीं है।मरवाही वन मंडल में जामवंत परियोजना भी चलाई जा चुकी है जिसके तहत भालुओं के संरक्षण संवर्धन और जंगलों में खाने-पीने के लिए फलदार वृक्षों का रोपण करना था। लेकिन यह योजना पूरी तरह से फैल रही और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है। मरवाही वन मंडल परिक्षेत्र में बड़े पैमाने पर जंगलों में अवैध कब्जा, अवैध पेड़ों की कटाई अवैध उत्खनन का खामियाजा अब लोगों को भुगतना पड़ रहा है। वन विभाग और प्रशासन इस पर कार्यवाही करने में गंभीर नजर नहीं आ रहा है, जिससे अब लगातार इस क्षेत्र में कुछ दिन पहले भालू काटने की दर्जनों मामले सामने आए हैं, जिसमें कई लोग घायल कई लोगों की मौत हो चुकी है। जंगलों से भोजन की तलाश में भटक कर भालू जब रिहायशी इलाके में निकलते हैं तो कभी लोगों पर भी हमला करते हैं और कभी खुद दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं।इस मरवाही वन मंडल क्षेत्र में अब पुनः जामवंत परियोजना के तहत भालुओं के संरक्षण संवर्धन और जंगलों में फलदार वृक्ष लगाने की जरूरत है, ताकि भालू लोगों की रहवास व रिहायशी इलाके का रुख न करने की बजाय जंगलों में ही सुरक्षित रहे…

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