बस्तर हुआ नक्सल मुक्त, दो दिन में 258 ने डाले हथियार: अमित शाह ने बताया ऐतिहासिक, 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद समाप्त करने का दिया संकल्प

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अबूझमाड़ और उत्तर बस्तर को नक्सल मुक्त घोषित किया है।

उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों में कुल 258 नक्सलियों ने हथियार डालकर आत्मसमर्पण किया है। इसमें 170 नक्सली आज और 27 नक्सली कल छत्तीसगढ़ में, जबकि महाराष्ट्र में 61 नक्सली मुख्यधारा में लौटे।

अमित शाह ने इस दिन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की मेहनत का परिणाम है और 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म करने का संकल्प लिया गया है।

अमित शाह ने कहा कि जो लोग आत्मसमर्पण करना चाहते हैं उनका स्वागत है, लेकिन जो नक्सली हिंसा जारी रखेंगे उन्हें कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने नक्सलियों से अपील की कि वे हथियार डालकर मुख्यधारा में लौट आएं।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी इस उपलब्धि को बस्तर में शांति और विकास के नए युग की शुरुआत बताया। उन्होंने कहा कि पिछले 22 महीनों में 2100 से ज्यादा नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, 1785 गिरफ्तार हुए और 477 नक्सली मारे गए। सरकार की नक्सल आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति और सुरक्षा शिविरों ने इस सफलता में अहम भूमिका निभाई है।

17 अक्टूबर को 140 से ज्यादा नक्सली मुख्यमंत्री के सामने आत्मसमर्पण करेंगे। प्रशासन ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है। बस्तर अब भय का नहीं, विश्वास का प्रतीक बन चुका है।

Exit mobile version