नक्सलियों का ‘हाफिज सईद’ था बसवराजू, 50 नक्सलियों की सिक्योरिटी में रहता था; 70 घंटे घेरने के बाद जवानों ने किया ढेर

नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर-बीजापुर-दंतेवाड़ा ट्राई-जंक्शन पर सुरक्षाबलों को ऐतिहासिक सफलता मिली है। भारत के सबसे खतरनाक और वांछित नक्सली नेता नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू को सुरक्षाबलों ने 70 घंटे तक चले संयुक्त ऑपरेशन में ढेर कर दिया। बसवराजू माओवादी संगठन का महासचिव था और 150 से अधिक जवानों की हत्या का जिम्मेदार था। उस पर 1 करोड़ रुपए का इनाम घोषित था और वह 3 से 5 लेयर की सुरक्षा में रहता था।

कौन था बसवराजू
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले का रहने वाला बसवराजू इंजीनियरिंग ग्रेजुएट था। 1970 के दशक में नक्सली आंदोलन से जुड़ा और 1980 से पूर्णकालिक सदस्य बन गया। उसने लिट्टे (LTTE) से गुरिल्ला युद्ध और विस्फोटक बनाने की ट्रेनिंग ली थी। नवंबर 2018 में वह सीपीआई (माओवादी) का महासचिव बना।

इन मामलो में शामिल था बसवराजू

बसवराजू कई बड़े नक्सली हमलों का मास्टरमाइंड रहा –

इस तरह चला ऑपरेशन

खुफिया सूचना के बाद चार जिलों की पुलिस और सुरक्षाबलों ने एक साथ मोर्चा संभाला। 70 घंटे तक चले अभियान में सुरक्षाबलों ने जंगल को चारों ओर से घेरा और बसवराजू के सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए उसे मार गिराया। इस दौरान कुल 27 नक्सली मारे गए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया है कि 2026 तक देश को नक्सलवाद से मुक्त करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा, आत्मसमर्पण करने वालों को पुनर्वास मिलेगा, लेकिन हथियार उठाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

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