रायपुर। बागेश्वर धाम में शिवरात्रि महोत्सव के तहत 251 निर्धन कन्याओं का सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया गया। इस धार्मिक और सामाजिक आयोजन में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शामिल हुए।
मुख्यमंत्री साय ने इस मौके पर कहा कि छत्तीसगढ़ संत परंपरा और धर्मनिष्ठा की भूमि है, और बागेश्वर धाम में इस दिव्य आयोजन का हिस्सा बनकर गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि संस्कार और संस्कृति किसी भी व्यक्ति के जीवन के महत्वपूर्ण हिस्से होते हैं। मुख्यमंत्री ने नक्सलवाद के खात्मे के लिए छत्तीसगढ़ सरकार के ऐतिहासिक कदमों का उल्लेख किया और कहा कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह से समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान में प्रदेश के सुरक्षा बल पूरी तरह से जुटे हुए हैं।
धर्मांतरण पर रोक और घर वापसी अभियान
मुख्यमंत्री ने धर्मांतरण पर रोक और घर वापसी अभियान को प्रोत्साहित करने की बात की। उन्होंने स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव जी के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनकी सरकार समाज को उसकी मूल पहचान से जोड़ने के लिए कठोर नीति अपनाएगी।
251 निर्धन कन्याओं का विवाह
बागेश्वर धाम द्वारा आयोजित इस सामूहिक विवाह समारोह में 251 निर्धन कन्याओं का विवाह वैदिक रीति-रिवाज से संपन्न हुआ। सभी नवविवाहित जोड़ों को गृहस्थी का सामान प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री ने इस आयोजन को सनातन धर्म की महिमा को पुनर्स्थापित करने, समाज में एकता और सद्भाव बढ़ाने, और गरीब कन्याओं के भविष्य को संवारने का ऐतिहासिक अवसर बताया।
मुख्यमंत्री की सराहना
इस अवसर पर बाबा बागेश्वर, श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सराहना करते हुए कहा कि वे सरल स्वभाव के हैं और छत्तीसगढ़ की जनता के हित के लिए कार्य कर रहे हैं। समारोह में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा सहित अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि और श्रद्धालु उपस्थित थे।