श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के पांच साल पूरे हो गए हैं। 5 अगस्त, 2019 को केंद्र की मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने की घोषणा की थी। घाटी से अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर बीजेपी के कई नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, ‘यह हमारे एजेंडे में था और श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इसके लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया था। जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेतो उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दिया।’वहीं 370 हटने से पीछे के कुछ वर्षों की तुलना में जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं की संख्या में कमी आई है। आंकड़ों के मुताबिक इस साल 21 जुलाई तक कुल 14 सुरक्षाकर्मी और 14 नागरिक मारे गए, जबकि 2023 में केंद्र शासित प्रदेश में 46 आतंकवादी घटनाओं और 48 मुठभेड़ों या आतंकवाद विरोधी अभियानों में मारे गए लोगों की संख्या 44 थी। जिनमें 30 सुरक्षाकर्मी और 14 नागरिक शामिल थे। आंकड़ों के मुताबिक राज्य में 70 प्रतिशत आतंकवादी घटनाओं पर रोक लगी है। जिसका श्रेय मोदी सरकार को जाता है। मोदी सरकार ने घाटी में आतंकवाद, पथराव और पाकिस्तान प्रायोजित हमलों को खत्म करके शांति बहाल का रास्ता तैयार किया और यहां का विकास सुनिश्चित किया। जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में कमी केंद्र सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का नतीजा है।
आज ही के दिन हटी थी धारा 370….सीएम ने कहा- यह हमारे एजेंडे में था
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