दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 बेगुनाह लोगों की मौत ने पूरे देश को हिला दिया है। इस हमले के बाद जनता में भारी गुस्सा है और पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने इस हमले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “अहिंसा हमारा धर्म है, लेकिन जब कोई गुंडागर्दी करता है, तो उसे सबक सिखाना भी हमारा धर्म बन जाता है।”
राजा का काम है जनता की रक्षा करना
भागवत ने कहा कि राजा का कर्तव्य है कि वह अपनी प्रजा की रक्षा करे। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को सुधार कर अपनाया जाता है, लेकिन कुछ ऐसे होते हैं जिनका और कोई इलाज नहीं होता। ऐसे लोगों को उनके ‘कल्याण’ के लिए वहां भेजना पड़ता है, जहां उन्हें नया शरीर मिल सके।
इससे दुनिया का संतुलन बना रहता है। उन्होंने कहा कि हमारे धर्म में दोनों रास्ते हैं – अहिंसा और ज़रूरत पड़ने पर हिंसा। गीता में भी अर्जुन को लड़ने और न्याय के लिए युद्ध करने को कहा गया था, क्योंकि सामने ऐसे लोग थे जिनका सुधार संभव नहीं था।