जल संरक्षण के लिए अमृत सरोवर योजना साबित होगा मिल का पत्थर,योजना से बदल रही देवभोग ब्लॉक के तालाबों की तस्वीर

रवि तिवारी@देवभोग। जल संरक्षण के लिए अमृत सरोवर योजना मिल का पत्थर साबित होगा..इस योजना में पुराने तालाबों को पुनर्जीवित करते हुए उसे बड़ा करते हुए और गहरा किया जायेगा.. वहीं तालाबों में पानी जमा करने के लिए नाला बनाकर पानी लाया जायेगा, नाला बनाने का उद्देश्य तालाबों में बारिश का पानी एकत्रित करना है..वहीं अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों की सुरक्षा के लिए भी अधिकारी वर्ग ग्रामीणों को जागरूक करते नजर आ रहे है.. इस योजना के तहत देवभोग ब्लॉक के 13 ग्राम पंचायतों के 13 तालाबों का कायाकल्प किया जा रहा है.. जनपद सीईओ प्रतीक प्रधान ने बताया कि अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों को पुनरोद्धार किया जा रहा है, जिसके तहत जल संरक्षण किया जा रहा है.. जिसमें पानी आने के जगह पर इनलेट और पानी निकलने के जगह पर आउट लेट का निर्माण किया जा रहा है.. वहीं तालाब के मेड़ में पीचिंग का कार्य किया जा रहा है.. वहीं चलने के लिए पाथवे का निर्माण किया गया है..

महिला स्वसहायता के लिए खुलेगा रोजगार का द्वार-: मामले में सीईओ प्रतीक प्रधान ने बताया कि अमृत सरोवर योजना के तहत महिला स्वसहायता समूह को भी जोड़ा गया है.. इस योजना से जुड़कर महिला समूह मछली पालन किया जा रहा है, जिससे उनके लिए रोजगार के रास्ते खुल रहे है.. वहीं तालाब के मेड़ पर वृक्षारोपण का भी कार्य किया जा रहा है.. सीईओ प्रधान के मुताबिक पर्यावरण संरक्षण के लिए ज्यादा से ज्यादा पौधों का तालाबों के मेड़ रोपण किया जा रहा है.. सीईओ ने बताया कि अमृत सरोवर योजना की जानकारी आमजनों को देकर लोगों को जल संरक्षण के विषय में जानकारी दिया जा रहा है.. यह भी बताया जा रहा है कि जल संरक्षण आज के समय में कितना जरूरी है..

अमृत सरोवर योजना की मुख्य विशेषतायें -: 

सीईओ प्रतीक प्रधान के मुताबिक इस योजना के माध्यम से प्रत्येक ग्रामीण क्षेत्र तालाबों का कायाकल्प किया जाना है.. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में इनके निर्माण से व्यवसाय में वृद्धि होगी I मुख्यतः कृषि के साथ ही जीव पालन हेतु और गर्मी में आमजनों को जल की समस्या से छुटकारा मिल सकेगा । और उस क्षेत्र के आसपास सुंदरीकरण से पर्यटक में वृद्धि हो पाएगी I जिससे कि ग्रामीण विकास बढ़ सकेगा उसके साथ- साथ तालाब निर्माण के लिए मजदूरों को रोजगार भी उपलब्ध करवाया जा सकेगा ।

सीईओ ने गिनाये योजना के फायदे-:

सीईओ प्रतीक प्रधान ने बताया कि अमृतसर योजना के अंतर्गत तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि तालाब के निर्माण होने से उस जगह पर सुंदरीकरण और पर्यटन को बढ़ावा मिल सकेगा ।

सीईओ ने इस योजना के फायदे गिनाते हुए बताया कि गर्मी के समय में भूजल स्तर को बनाए रखने में सहायता मिल सकेगी । इससे किसान के लिए सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था हमेशा बनी रहेगी ।

वहीं अमृत सरोवर योजना के अंतर्गत तालाबों में जलीय जीव व पशु पक्षियों को पानी की समस्या गर्मी के समय नहीं होगी.. ग्रामीण क्षेत्र में अर्थव्यवस्था मजबूत बन सकेगी ।

मछली पालन के साथ ही फसलों की खेती एवं सिंचाई की व्यवस्था हेतु किसानों को बहुत अधिक लाभ प्राप्त हो सकेगा ।  वहीं तालाब की एरिया 1 एकड़ की केपीसीटी के अनुसार होगा,जिसमें दस हजार क्यूबिक मीटर पानी की क्षमता रहेगी I वहीं अमृत सरोवर योजना के माध्यम  से ग्रामीणों को मनरेगा योजना के अंतर्गत रोजगार मुहैया करवाया जा सकेगा। जिससे कि बेरोजगारी की समस्या भी काफी हद तक दूर हो सकेगी।

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