शिव शंकर साहनी@अम्बिकापुर। (Ambikapur) कोरोना के बढ़ते कहर के बीच झोलाछाप डॉक्टरों का व्यवसाय जमकर फल-फूल रहा है। प्रदेश के कई जिलों के गांवों में इन पर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कार्रवाई जारी है। इसके बावजूद बेधड़क झोलाछाप डॉक्टर प्रशासन के नाक के नीचे मरीजों का इलाज कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला अंबिकापुर में सामने आया है। जहां सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करते हुए एक कमरे में अवैध रूप से अस्पताल संचालित किया जा रहा है।
यहां मरीजों को खाट में लिटाकर बॉटल चढ़ाया जा रहा है। (Ambikapur) जो भी ये नजारा देखे वो सनन रह जाए। (Ambikapur) जब प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची ये नजारा देख उनके होश उड़ गये। छापामार कार्यवाही करते हुए क्लिनिक को सील कर दिया गया है। इतना ही नहीं अस्पताल संचालक पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
कलेक्टर संजीव कुमार झा के निर्देशानुसार एसडीएम प्रदीप साहू के नेतृत्व में राजस्व और स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा शनिवार को अम्बिकापुर जनपद के सरगवां स्थित आधुनिक क्लिनिक में दबिश देकर निरीक्षण किया गया। एसडीएम ने बताया कि क्लिनिक संचालक द्वारा यूनानी चिकित्सा पद्धति के प्रमाण पत्र के आधार पर क्लिनिक के साथ अस्पताल का संचालन कर रहा था।
क्लिनिक एवं अस्पताल में बिना सोशल डिस्टेंसिंग के करीब 100 लोग मौजूद थे। क्लिनिक के एक कमरे में खाट के बेड में मरीजो को भर्ती कर दीवार के सहारे बॉटल भी चढ़ाया जा रहा था। अवैध रूप से अस्पताल चलाने तथा कोरोना गाईडलाइंस का अनुपालनन नही करने पर टीम द्वारा क्लिनिक को सील कर संचालक पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया।