शिव शंकर साहनी@अंबिकापुर। (Ambikapur) जिले के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बनाए गए कोविड-19 अस्पताल में 14 मरीजों की जान उस वक्त हलक में अटक गई। जब 10 मिनट के लिए लाइफ लाइन सपोर्ट ऑक्सीजन की सप्लाई बंद हो गया। हालांकि उसे जल्द ही ठीक कर लिया गया। किसी मरीज को किसी तरह की कोई हानि नहीं पहुंची है। वैसे कोविड अस्पताल छोटी मोटी शिकायतें तो अक्सर सामने आती हैं।
(Ambikapur) जिले के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बनाए गए कोविड-19 अस्पताल में 14 मरीजों की जान उस वक्त हलक में अटक गई। जब 10 मिनट के लिए लाइफ लाइन सपोर्ट ऑक्सीजन की सप्लाई बंद हो गया।Title94 / 60 (888px / 580px)
(Ambikapur)मगर पिछले 24 घंटे में अचानक ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित होने से यहां आईसीयू में इलाज करा रहे मरीजों को खासी परेशानी झेलनी पड़ी। हालांकि मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन ने तत्काल ऑक्सीजन की व्यवस्था करने के साथ ही ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी को हटा दिया। यहां मॉनिटरिंग की व्यवस्था की बात कही जा रही है। (Ambikapur)मगर जिस तरह से लगातार सरगुजा में कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है। उसके बीच आईसीयू के मरीजों के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई में समस्या आना एक बड़ी लापरवाही को उजागर करता है।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 10 बेड का ICU तैयार
दरअसल अंबिकापुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ही कोविड-19 अस्पताल का निर्माण कराया गया है। जहां कोरोना संक्रमित मरीजों को रखकर इलाज किया जाता है यहां 10 बेड का आईसीयू भी तैयार किया गया है। वर्तमान में 14 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। ऐसे में ऑक्सीजन की सप्लाई में बाधा उत्पन्न हुई। जिसके कारण आईसीयू में दाखिल गंभीर मरीजों की जान पर बन आई थी।
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प्रबंधन ने मानी बात
मेडिकल कॉलेज प्रबंधन भी मान रहा है कि ऑक्सीजन की सप्लाई में थोड़ी दिक्कत आई थी। इसे तत्काल ठीक करने की बात मेडिकल कॉलेज प्रबंधन कर रहा है। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि जिस तरह की समस्याएं सामने आ रही है उसका निराकरण लगातार किया जा रहा है। इसके लिए न सिर्फ मेडिकल कॉलेज स्तर पर बल्कि अधीक्षक स्तर जिला स्तर और प्रदेश स्तर पर ही मॉनिटरिंग की जा रही है। मगर जिस तरह से गंभीर मरीजों के लिए जरूरी ऑक्सीजन की सप्लाई में बाधा उत्पन्न हुई है। उसे अस्पताल की लापरवाही उजागर हो रही है। हालांकि अब अस्पताल प्रबंधन बेहतर व्यवस्था की दुहाई जरूर दे रहा है।