शिव शंकर साहनी@अंबिकापुर। (Ambikapur) प्रदेश में हो रही धान खरीदी और केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून पर सियासत गरमा गई है. कांग्रेस और विपक्षी दल बीजेपी एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं.
(Ambikapur) वही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर सरगुजा जिला कांग्रेस कमेटी ने प्रेस वार्ता कर केंद्र सरकार के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगया है और कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों को एक तामी धान और एक रुपये देकर कांग्रेस उनका समर्थन करने की बात कह रही है.
(Ambikapur) कोरोना काल में छत्तीसगढ़ सरकार ने बारदाने की कमी के बीच धान खरीदी की शुरुआत तो कर ली और धान खरीदी को एक महीने का समय भी गुजर चुका है.लेकिन इन सबके बीच अब धान खरीद को लेकर सियासत शुरू हो गई है। विपक्षी दल भाजपा और प्रदेश की कांग्रेस सरकार धान खरीदी के मुद्दे पर आमने सामने है..दोनों दल एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं.
बारदाने की कमी और धान खरीदी केंद्रों में अनियमितता को लेकर भाजपा प्रदेश सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आई है. वही केंद्र सरकार राजीव गांधी न्याय योजना का योजनाबद्ध तरीके से विरोध करते हुए बारदाना, धान के उठाव सहित विभिन्न कार्यों में व्यवधान डाल रही है जिससे प्रदेश के किसानों को धान बेचने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
इसके अलावा कांग्रेस ने नये कृषि कानून के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला और कृषि कानून को किसान विरोधी कानून बताते हुए तीनों कानून को वापस लेने की मांग की है.वही कांग्रेस ने दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में छत्तीसगढ़ के किसानों से एक तामी धान और एक रुपये लेकर आंदोलनकारी किसानों को भेजने की बात कही है.ताकि कृषि कानून के खिलाफ विरोध कर रहे किसानों के आंदोलन को और भी मजबूती मिल सके।