शिव शंकर साहनी@सरगुजा। (Ambikapur) जिले के लुंड्रा थाना क्षेत्र के चेंद्रा जंगल में आधा दर्जन बकरियां और एक मवेशी के मौत हो गई. जिसके बाद से ग्रामीणों में हड़कंप मचने से ग्रामीण दहशत में हैं. वहीं ग्रामीणों ने इसकी शिकायत थाने में की है. लेकिन उन्होंने चुप्पी साध ली है.
6 बकरियों सहित एक बैल का शव वन विभाग ने किया बरामद
(Ambikapur) रघुनाथपुर पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम चेन्द्र के जंगल में 6 बकरियों सहित एक बैल का शव वन विभाग ने बरामद किया है. (Ambikapur) यह पहला मौका नहीं है जब चंद्रा के जंगल में पशुओं की मौत हुई हो. इससे पहले भी सड़ा हुआ चारा खाने की वजह से कई पशुओं की मौत चेन्द्र में हो चुकी है.
ग्रामीणों ने लगाया एक मवेशी मालिकों पर आरोप
दरअसल मवेशी मालिकों का आरोप है कि एक पशु चारा के संचालक द्वारा सड़ा हुआ चारा बोरी में भरकर जंगल में फेंक दिया गया था. जिसे खाकर मवेशियों की मौत हो रही है. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि चेन्द्रा के जंगल में जिन 6 बकरियों और बैल का शव वन विभाग ने बरमाद किया। उनकी भी मौत सड़ा हुआ चारा खाने से हुई है।
अमन एग्रो सीड्स के संचालक पर लगा आरोप
पीड़ित ग्रामीणों का आरोप है कि अमन एग्रो सीड्स के संचालक द्वारा सड़ा हुआ चारा बोरी में भरकर जंगल में फेंक दिया जाता है. जिसका बड़े पैमाने पर नुकसान ग्रामीणों को उठाना पड़ रहा है और पशुओं की आए दिन मौत हो रही है. जबकि अमन एग्रो सीड्स के संचालक का कहना है कि किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा उनके फैक्ट्री के नाम की बोरी का इस्तेमाल कर 6 महीने पूर्व सड़े हुए चारे को जंगल में फेंका गया था. ग्रामीणों के आरोप को अमन एग्रो सीड्स के संचालक ने झूठा बताया है.
पशुओं की मौत का कारण पीएम रिपोर्ट आने के बाद होगा स्प्ष्ट
बकरियों और बैल के मौत की सूचना पर जांच करने पहुंचे पशु चिकित्सक विशाल बंसल ने प्राथमिक जांच में अनुमान लगाया है कि सड़ा हुआ चारा खाने की वजह से बकरियों और बैल की मौत हुई है. हालांकि पीएम के बाद पशुओं के मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा.
वन विभाग जांच में जुटी
वहीं इस घटना की सूचना पर तस्दीक करने पहुंचे वन विभाग के डिप्टी रेंजर ने कहां की जिसने भी जंगल में सड़ा हुआ चारा फेंका है. उसकी पतासाजी की जा रही है. ग्रामीणों की शिकायत पर वन विभाग की टीम पंचनामा बनाकर आरोपी के खिलाफ कार्यवाही करेगी.