अहमदाबाद। 12 जून को अहमदाबाद में क्रैश हुए एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 (बोइंग 787-8) की जांच में ब्लैक बॉक्स की रिकॉर्डिंग पर सवाल खड़े हो गए हैं। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, विमान का आखिरी ‘मेडे कॉल’ 13:39:05 पर आया और 6 सेकंड बाद यानी 13:39:11 पर विमान क्रैश हो गया। इसी के साथ ब्लैक बॉक्स की रिकॉर्डिंग भी बंद हो गई, जबकि नियमों के अनुसार क्रैश के बाद भी रिकॉर्डिंग जारी रहनी चाहिए थी।
ब्लैक बॉक्स को पावर देने वाला ‘रिप्स’ (रिकॉर्डर इंडिपेंडेंट पावर सप्लाई) सिस्टम क्रैश के समय बंद हो गया, जिससे जांच के लिए जरूरी आखिरी 10 मिनट का डेटा गायब हो गया। विशेषज्ञों का कहना है कि यह न सिर्फ तकनीकी, बल्कि रेगुलेटरी विफलता भी है। सेफ्टी एक्सपर्ट अमित सिंह के अनुसार, हादसे के बेहद अहम पलों के सबूत गुम हो गए हैं, जिससे ब्लैक बॉक्स की विश्वसनीयता पर सवाल उठे हैं।
इस हादसे में कैप्टन सुमीत सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर की मौत हो गई। सुमीत के पिता गहरे दुख में हैं और मीडिया से बात नहीं कर रहे, जबकि कुंदर का परिवार घर छोड़ चुका है। दोनों पायलट्स को जानने वालों ने उन्हें ईमानदार और प्रोफेशनल बताया है। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित 230 यात्रियों की जान गई।