अहमदाबाद विमान हादसा: पायलट की सूझबूझ से बचीं सैकड़ो जानें, 3 सेकेंड ने टाला बड़ा संकट

अहमदाबाद। अहमदाबाद में 12 जून को हुए एयर इंडिया के विमान हादसे में पायलट कैप्टन सुमित सभरवाल की सूझबूझ ने सैकड़ो लोगों की जान बचा ली। अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट AI-171 टेकऑफ के कुछ ही देर बाद तकनीकी दिक्कतों का सामना कर रही थी। विमान आखिरकार मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर गिरा, जिससे 270 लोगों की मौत हुई, जिनमें 241 यात्री और क्रू मेंबर शामिल थे। हादसे में एक यात्री जीवित बचा है।

विमानन अधिकारियों के मुताबिक, बोइंग 787 ड्रीमलाइनर अगर तीन सेकेंड पहले या बाद में क्रैश होता, तो यह सीधा 1200 बेड वाले सिविल अस्पताल पर गिरता, जहां हजारों लोग मौजूद रहते। पास ही मिलिट्री हॉस्पिटल और गुजरात कैंसर सोसाइटी मेडिकल कॉलेज भी हैं। ऐसे में तबाही का अंदाजा लगाया जा सकता है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि कैप्टन सुमित ने विमान को जानबूझकर कम आबादी वाले इलाके की ओर मोड़कर हॉस्टल की छत पर गिराया। इससे विमान पेड़ों के बीच फिसलते हुए गिरा और बड़ा विस्फोट टल गया।

कैप्टन सुमित सभरवाल के पास 8200 घंटे का उड़ान अनुभव था। हादसे में उनकी भी मौत हो गई। उनका अंतिम संस्कार 17 जून को मुंबई में किया गया। हादसे में फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर की भी जान चली गई, जिनके पास 1100 घंटे का अनुभव था। इस भीषण दुर्घटना की जांच एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) कर रहा है। जांच में संयुक्त राष्ट्र की संस्था ICAO को ऑब्जर्वर के तौर पर शामिल किया गया है। अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) के विशेषज्ञ भी जांच में सहयोग कर रहे हैं। भारत ने पारदर्शिता बनाए रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र को जांच में शामिल करने का फैसला लिया है।

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