अंबिकापुर। नवरात्रि के गरबा आयोजनों को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। यू-ट्यूबर एल्विस यादव का कार्यक्रम रद्द होने के बाद अब अभिनेता गोविंदा के प्रस्तावित गरबा कार्यक्रम का विरोध शुरू हो गया है। रविवार शाम यादव समाज और हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों ने शहर के घड़ी चौक पर गोविंदा के पोस्टरों को फाड़ दिया और आग लगाने का प्रयास किया।
विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि एल्विस यादव का कार्यक्रम धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में रद्द किया गया। अब उसी आधार पर गोविंदा का कार्यक्रम भी रद्द होना चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय पुलिस प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए आयोजन रोकने की मांग की है। आयोजन समिति ने पहले ही पुष्टि कर दी थी कि गोविंदा का गरबा कार्यक्रम सोमवार को शहर के एक निजी होटल में होना है।
इस घटनाक्रम के बाद शहर में नई बहस छिड़ गई है। एक ओर एल्विस के कार्यक्रम को रद्द किए जाने के बाद लोगों में नाराजगी है, वहीं दूसरी ओर गोविंदा के कार्यक्रम पर भी सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बाल कृष्ण पाठक ने कहा कि जब एल्विस का कार्यक्रम धार्मिक भावनाओं के कारण रद्द किया गया, तो गोविंदा का कार्यक्रम भी नहीं होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि गोविंदा की कई फिल्मों के गाने अश्लीलता फैलाने वाले हैं।
वहीं भाजपा नेता आलोक दुबे का कहना है कि एल्विस यादव को अतिथि मानकर सम्मान देना चाहिए था। विरोध करने वालों को बातचीत से मामला सुलझाना चाहिए था। अब देखना होगा कि प्रशासन धार्मिक और सांस्कृतिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए गोविंदा के कार्यक्रम पर क्या फैसला लेता है।