नहीं टल रहा BSP में हादसा, मृतक की पत्नी को ढाई लाख रुपये का चेक और 50 हजार रुपये दिए गए, अनुकम्पा नियुक्ति की मांग

अनिल गुप्ता@दुर्ग. भिलाई इस्पात सयंत्र में लगातार हादसे के बाद प्रबंधन में अब हड़कंप सा मच गया है। पिछले एक सप्ताह में दो ठेका श्रमिकों की जहाँ मृत्यु हो चुकी है। तो वही पांच श्रमिक गंभीर रूप से घायल हुये है। जिसके कारण सयंत्र प्रबंधन ने आज दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इधर सयंत्र के भीतर हो रहे हादसे के बाद यूनियन की तरफ से भी ठेका श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर लगातार दबाव बनाया जा रहा है।

यूनियन के नेताओं ने ठेका श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर प्रबंधन को आड़े हाथों लिया

भिलाई इस्पात सयंत्र में कल दोपहर ठेका श्रमिक अर्जुन साहू की मौत हो गई. जिसके बाद यूनियन के नेताओं ने ठेका श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर प्रबंधन को आड़े हाथों लिया है। अर्जुन साहू की मौत के बाद प्रबंधन ने उसकी पत्नि मीना साहू को खेद जताते हुये,निष्पक्ष जांच और नियमानुसार अनुकम्पा नियुक्ति दिये जाने का लिखित आश्वासन दिया है। साथ ही मृतक की पत्नि को ढाई लाख रुपये का चेक और 50 हजार रुपये दिया है। हिंदुस्तान ठेका इस्पात श्रमिक संघठन के महासचिव योगेश कुमार सोनी ने ठेका श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर प्रबंधन पर कई सवाल खड़ा किये हैं।

प्रबंधन भी सकते में

इधर सयंत्र के भीतर लगातार हो रहे हादसे के बाद प्रबंधन भी सकते में आ गया है। आज प्रबंधन ने दो अधिकारियों को घटना में दोषी पाए जाने पर उन्हें निलंबित कर दिया है। सस्पेंड हुये जीएम ए. राजकुमार, जीएम /डीएसओ गौरव सिंघल की जगह नये अधिकारी बीएसपी के अधिकारी ईडी वर्क्स को दुर्घटनाओं की रिपोर्ट बना कर सौपेंगे। भिलाई इस्पात सयंत्र में पिछले दस दिनों के भीतर चार बड़ी घटनायें हुई हैं। सबसे पहले 1 जून को ब्लास्ट फर्नेश 7 में राहुल उपाध्याय की मौत हुई थी। वही इस घटना में परमेश्वर सीका घायल हुआ था। घटना के बाद डीजीएम केएसएनआर रमेश को प्रबंधन ने निलंबित कर दिया था। इसके बाद पिघला इस्पात गिरने से ठेका श्रमिक मानसिंग ठाकुर गिरी कुमार और भूषण लाल घायल हुये थे। लगातार हो रहे घटनाओं के बावजूद भी सयंत्र प्रबंधन कोई सबक नही ले रहा है। और यही कारण है, की इसका खामियाजा ठेका श्रमिको को भुगतना पड़ रहा है।

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