कवर्धा। चक्रवात मोन्था के असर से छत्तीसगढ़ के कई जिलों में हुई लगातार बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। शुक्रवार को कवर्धा में हुई तेज बारिश से खेतों में पहले से कटी हुई फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गईं। फसलें डूबने और सड़ने से निराश एक किसान खेत में ही टूटकर गिर पड़ा। यह दृश्य देखकर आसपास के ग्रामीण भी भावुक हो उठे।
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात मोन्था अब कमजोर पड़ गया है। इसके चलते आज से पूरे प्रदेश में मौसम सामान्य रहेगा और तापमान में बढ़ोतरी होगी। विभाग ने किसी नए अलर्ट की घोषणा नहीं की है। पिछले 24 घंटों में साल्हेवारा में सबसे अधिक 80 मिमी बारिश दर्ज की गई। बिलासपुर का अधिकतम तापमान 30.6°C और पेंड्रा का न्यूनतम तापमान 19.6°C रिकॉर्ड किया गया।
लगातार बारिश से न सिर्फ कवर्धा, बल्कि बस्तर और कोंडागांव में भी किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है। कहीं खड़ी फसलें झुक गईं, तो कहीं कटे हुए धान के ढेर भीगकर सड़ गए। कोंडागांव के ग्राम आदनार में बारिश से ‘बड़को नाला पुलिया’ धंस गई, जिससे लिंगोंपथ-मर्दापाल-भाटपाल-नारायणपुर मार्ग पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया। यह पुल प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बना था।
सौभाग्य से हादसे के समय पुल पर कोई वाहन नहीं था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। रायपुर और बिलासपुर में भी शुक्रवार को रुक-रुककर बारिश होती रही।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस साल 1 से 26 अक्टूबर तक प्रदेश में औसत से 59 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। 89.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जबकि सामान्य औसत 56.2 मिमी होती है।
