मोतिराजपुर मदरसा के समीप हुए बम विस्फोट में घायल इमामुद्दीन की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि इलाज के दौरान इमामुद्दीन की जान चली गई है। परिजनों ने बताया कि बम विस्फोट में घायल हुए मौलवी इमामुद्दीन ने पहले पेट में दर्द की शिकायत की, उसके बाद उन्हें सीने में दर्द महसूस हुआ और फिर उन्होंने दम तोड़ दिया। मामला बिहार के छपरा जिले के गड़खा थाना इलाके का है.
इमामुद्दीन के साथ घायल बच्चे की हालत ठीक है और उसके परिजन पटना पहुंच गए हैं। इमामुद्दीन के परिजनों की माने तो घटना में घायल लड़का कुत्ते को टहलाने के लिए मदरसा के समीप नहर पर गया था, जहां से कुत्ता उसकी पकड़ से निकल कर भाग गया था, जिसके बाद वापस मदरसा लौटने के दौरान में रास्ते मे गेंद जैसी गोल चीज मिलने पर उसे लेकर मदरसा लौटा और उसे इमामुद्दीन को दिखाया जिसे देखते ही उसे फेंकने की कोशिश में विस्फोट हो गया और हादसे में दोनों घायल हो गए।
इमामुद्दीन की मौत के बाद उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया है, जहां उसके परिजन मौजूद थे। सारण के एसपी गौरव मंगला ने बताया कि परिजनों के बयान के बाद पुलिस उनके बयान का सत्यापन कर रही है। फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद बहुत कुछ खुलासा हो सकता है। एसपी ने बताया कि पुलिस इस मामले में हर पहलू से जांच कर रही है और जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। फिलहाल पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। बम कितना शक्तिशाली था, यह फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा।