रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से आज मंत्रालय स्थित महानदी भवन में केरल और ओडिशा के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की।
इस प्रतिनिधिमंडल में चलाकुडी से लोकसभा सांसद बेनी बेहनन, कोट्टायम से के. फ्रांसिस जॉर्ज, कोल्लम से एन. के. प्रेमचंद्रन, ओडिशा के कोरापुट से सप्तगिरि उल्का और केरल विधानसभा की सदस्य रोजी एम. जॉन शामिल रहे।
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से हाल ही में छत्तीसगढ़ में चर्चा में आए धर्मांतरण से जुड़े प्रकरणों पर जानकारी साझा की और अपनी चिंताएं व्यक्त कीं। इस पर मुख्यमंत्री साय ने उन्हें आश्वस्त किया कि छत्तीसगढ़ एक शांतिप्रिय, समरसतापूर्ण और सभी धर्मों को समान सम्मान देने वाला राज्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सभी नागरिक मिल-जुलकर सौहार्द्र के साथ रहते हैं। किसी भी प्रकार की धार्मिक असहिष्णुता या भेदभाव को राज्य सरकार कतई बर्दाश्त नहीं करती। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि सभी नागरिक, विशेषकर महिलाएं और बेटियाँ, पूरी सुरक्षा और सम्मान के साथ जीवन व्यतीत करें।
मुख्यमंत्री साय ने स्पष्ट किया कि जिस भी मामले की शिकायत मिली है, उसकी जांच पूरी पारदर्शिता और न्यायिक प्रक्रिया के तहत की जा रही है। कानून स्वतंत्र रूप से अपना कार्य कर रहा है और सरकार इसमें किसी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य की सामाजिक एकता और सौहार्द बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।