रायपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर रेंज में माओवादी हिंसा छोड़ मुख्यधारा में लौटने का सिलसिला तेज हो गया है।
बुधवार को 66 माओवादी कैडरों ने आत्मसमर्पण किया, जिन पर कुल 2.31 करोड़ का इनाम था। इनमें से 25 लाख के इनामी एसजेडसीएम रामन्ना ईरपा उर्फ जगदीश ने बीजापुर में पुलिस के सामने सरेंडर किया।
यह आत्मसमर्पण ‘पूना मारगेम: पुनर्वास से पुनर्जीवन’ अभियान के तहत हुआ, जो माओवाद छोड़ने वालों को पुनर्वास और नई जिंदगी का मौका देता है।
जिलेवार आत्मसमर्पण
- बीजापुर: 25 कैडर
- दंतेवाड़ा: 15 कैडर
- कांकेर: 13 कैडर
- नारायणपुर: 8 कैडर
- सुकमा: 5 कैडर
आत्मसमर्पण करने वालों में शामिल:
- 1 राज्य स्तरीय माओवादी नेता (SZCM)
- 4 डिवीजनल कमेटी सदस्य (DVCM)
- 10 PLGA कैडर
- 15 एरिया कमेटी सदस्य
- 7 LOS सदस्य
- 29 अन्य कैडर
आईजी बस्तर रेंज सुंदरराज पाट्टीलिंगम ने कहा कि अब तक 18 महीनों में 1,570 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं। आत्मसमर्पण करने वालों को 50,000 की प्रारंभिक सहायता दी गई है, और आगे पुनर्वास योजनाएं दी जाएंगी। उन्होंने कहा, कि
“यह केवल आत्मसमर्पण नहीं, एक नई शुरुआत है। माओवादी अब संगठनों से टूट रहे हैं और शांति की ओर बढ़ रहे हैं। ये बदलाव विकास, सुरक्षा और सरकार की नीति के कारण संभव हो पाया है।”