राजनांदगांव। (Corona) शहर के लालबाग क्षेत्र के समीप स्थित प्रभात नगर में रहने वाली कुमारी बाई नामक लगभग 60 वर्षीया महिला के कोरोना से मौत का मामला सामने आया है। महिला लगभग 1 सप्ताह से बीमार थी। इस दौरान रायपुर में रहने वाले महिला की बेटी-दामदा में बीते सप्ताह निजी अस्पताल में उसका इलाज कराया था। इसके बाद बेटी,दामाद फिर से रायपुर चले गए थे और महिला पूरी तरह स्वस्थ नहीं हुई थी।
(Corona)बीते शुक्रवार को महिला फिर बीमार हो गई और रायपुर से पहुंचे उसके बेटी दामाद ने उसे अस्पताल में भर्ती करने जिला अस्पताल लेकर गए जहां से महिला का कोरोना जांच कराने की बात कही गई और उन्होंने जांच के लिए महिला को स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाए गए कोविड-19 जांच केंद्र पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर ऑडिटोरियम भेजा, जहां महिला का कोरोना जांच किया गया।
(Corona) इस दौरान जांच रिपोर्ट आने से पहले ही जांच केंद्र में ही महिला की मौत हो गई। महिला की मौत के बाद उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। वहां मौजूद स्वास्थ्य विभाग के स्टाफ ने महिला के शव को मरचूरी में रखने भेजा लेकिन लगभग 2 घंटे तक महिला का शव मरचूरी में नहीं रखा गया और शव ऑटो रिक्शा में ही रखा रहा। महिला के दामाद गौतम का कहना है कि उसकी सास होली से पूर्व से बीमार थी और आज उसकी कोरोना से मौत हो गई।
कोरोना से महिला की मौत की जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोविड-19 प्रोटोकाल के तहत स्वास्थ्य कर्मचारियों की उपस्थिति में महिला का अंतिम संस्कार कराया गया। इस मामले में मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ मिथिलेश चौधरी का कहना है कि जांच के बाद मृतक महिला का कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। कोरोना प्रोटोकॉल के तहत महिला का अंतिम संस्कार कराया गया है।
कोरोना संक्रमण के मामले में राजनंदगांव जिले में प्रतिदिन लगभग 400 से अधिक लोग संक्रमित हो रहे हैं। वहीं कोरोना की इस दूसरी लहर में मौत का आंकड़ा भी बढा़ है, बीमार होने के बाद भी कोरोना जांच समय पर नहीं कराने की वजह से लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है। प्रभात नगर की महिला की मौत ने कोरोना जांच में देरी को उजागर किया है। प्रशासन के द्वारा भी सर्दी खांसी बुखार और डायरिया से पीड़ित लोगों को जल्द से जल्द कोरोना जांच कराने की अपील की गई है, इसके बावजूद सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षण होने पर भी कुछ लोग कोरोना जांच कराने नहीं पहुंच रहे हैं। जो गंभीर स्थिति के साथ ही मृत्यु का कारण भी बन रही है।