नितिन@रायगढ़. अपनी मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ के कर्मचारी और अधिकारियों ने प्रदर्शन शुरू किया है। हड़ताल में गए कर्मचारियों ने आगामी पांच दिनों के अपने अपने विभागों में काम बंद,कलम बंद रखने की घोषणा की है। हड़ताल की वजह से जिले भर के सरकारी कार्यालयों में खामोशी छाई रही।
छत्तीसगढ़ अधिकारी- कर्मचारी फेडरेशन के बैनर तले आज प्रदर्शन का आगाज हुआ। जिसका प्रभाव पूरे जिले भर में देखा गया। हड़ताली कर्मचारियों ने बताया कि शासन-प्रशासन को इस हड़ताल सम्बंधित सूचना पहले से दे दी गई थी। सभी विभाग के कर्मचारी अपने-अपने विभाग के प्रमुखों को सूचना भी दे दी गई हैं। इसके साथ ही सभी कर्मचारी काम बंद, कलम बंद हड़ताल में कूद पड़े हैं. इसके साथ ही पूर्ण रूप से सभी विभाग में ताला बंदी की नौबत आ गई है। कई कार्यालयों में पड़ताल करने से पता चला कि, सभी जगह काम काज बंद है सभी अधिकारी कर्मचारी सामूहिक रूप से अवकाश लेकर हड़ताल पर है। कई विभागों में तो ताला लटका मिला। वहीं कई स्कूलों में मध्यान भोजन के बाद छात्र छात्राओं को छुट्टी दे दी गई है।
ग्रामीणों को करना पड़ रहा समस्याओं का सामना
अधिकारी-कर्मचारियों की हड़ताल के चलते ग्रामीणों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही तहसील कार्यालय में हड़ताल को लेकर क्षेत्र के कई स्कूल भी बंद पड़े हुए हैं।
प्रदेशभर के कर्मचारी अवकाश पर
प्रदर्शन कर रहे अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन के लोगों का कहना है कि – शासन कर्मचारियों के अधिकारों का हनन कर रही है, राज्य सरकार द्वारा 34 प्रतिशत डीए और सातवें वेतन में एचआरए नहीं देने से कर्मचारी व अधिकारियों में नाराजगी बनी हुई है। इसके चलते वे हड़ताल पर जा रहे है। इस हड़ताल में कर्मचारी सोमवार से शुक्रवार तक प्रदेशभर के कर्मचारी अवकाश पर रहेंगे। इस दौरान अधिकारी और कर्मचारी अपने-अपने जिलों में गुरुवार तक कमलबद्ध हड़ताल पर रहेंगे और 29 जुलाई को राजधानी रायपुर में एक महारैली निकाली जाएगी। इसके बाद भी मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया गया तो सभी अधिकारी और कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।