महाराष्ट्र में छत्तीसगढ़ के 4 मजदूरों को बनाया गया था बंधक , पुलिस ने छुड़ाया, प्रशासन के इस पहल की हो रही तारीफ

अंकित सोनी@सूरजपुर। महाराष्ट्र में बंधक बने 4 मजदूरों को जिला प्रशासन ने पहल करते हुए छुड़ाकर अपनों से मिलाया है। दरअसल सूरजपुर के गांव सांवारवां और परसिया गांव से कुछ माह पहले 4 ग्रामीणों को काम के बदले अच्छे पैसे का लालच देकर उन्हें एक एजेंट अपने साथ महाराष्ट्र लेकर चला गया था। जहाँ बोरवेल कंपनी “रॉक ड्रिलर” द्वारा मुरबाड़ गांव मे पिछले 4 माह से उन्हें बधुवा मजदूर बनाकर उनसे काम कराया जा रहा था। इसी बीच किसी तरह बंधक बने ग्रामीणों ने अपने घर पर फोन कर पूरी आपबीती बताई। जिसके बाद परिजनों ने ई-जनदर्शन के माध्यम से आवेदन देकर जिला प्रशासन से बंधक बने मजदूरों को छुड़ाने की गुहार लगाई थी।

आवेदन मिलने के बाद जिला प्रशासन ने त्वरित पहल करते हुए श्रम विभाग और पुलिस को अग्रिम कार्यवाही के लिए निर्देशित किया और महाराष्ट्र के जिला ठाणे के कलेक्टर अशोक शिंगारे व एडिशनल ट्राईबल कमिश्नर दीपक कुमार मीणा से चर्चा कर ठाणे पुलिस के सहयोग से भैयाथान के बंधवा मजदूरों को मुक्त कराकर ठाणे रेलवे स्टेशन से उनके घर के लिए ट्रेन से रवाना कर दिया गया है। जहां जिला प्रशासन के इस पहल की हर तरफ तारीफ हो रही है वहीं जिला प्रशासन के पहले से दूसरी ओर इस मामले में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 504,34 व बंधक श्रमिक अधिनियम 16,17,18 और बाल श्रमिक प्रतिबंध एवं विनियमन की धारा 14 के तहत अपराध कायम कर महाराष्ट्र की ठाणे पुलिस ने मामला पंजीबद्ध कर लिया है ।

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