नई दिल्ली। पाकिस्तान (Pakistan)में रविवार को एक आतंकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह पहली बार नहीं है जब अज्ञात हमलावर ने किसी आतंकी को गोली मारी हो, पिछले तीन वर्षों के दौरान पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में करीब 20 से अधिक वो आतंकी मारे गए हैं जो नई दिल्ली की “वांटेड लिस्ट” में शामिल थे.
गौर करने वाली बात ये है कि ये सभी आतंकियों को अज्ञात हमलावर ने मौत के घाट उतारा है. मारे गए आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा (LeT), हिज्बुल मुजाहिदीन (HuM), जैश-ए-मुहम्मद (JeM) जैसे आतंकवादी संगठनों से जुड़े थे. लगातार मारे जा रहे आतंकियों के बाद पाकिस्तान में रह रहे सभी प्रमुख आतंकी खौफ के साये में जी रहे हैं या अंडरग्राउंड हो गए हैं.
यह हत्याएं लगभग एक ही पैटर्न पर हुई हैं. हाल ही में ब्रिटिश अखबार द गार्डियन की रिपोर्ट आई जिसमें कहा गया कि पाकिस्तान में हुई करीब 20 हत्याएं संयुक्त अरब अमीरात से संचालित भारतीय खुफिया एजेंसियों के स्लीपर सेल के जरिए अंजाम दिए गए. इसके बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय भी सामने आया है उसने इन हत्याओं के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है. पाकिस्तान का कहना है कि भारत ने लक्षित हत्याओं को अंजाम देने के लिए स्थानीय हत्यारों का एक नेटवर्क स्थापित किया है जिसे संयुक्त अरब अमीरात में तैनात लोगों के माध्यम से नियंत्रित किया जाता है. हालांकि भारत ने इस तरह के सभी आरोप सिरे से खारिज कर दिए हैं.