रायपुर। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के संविदा कर्मचारियों की हड़ताल 18वें दिन भी जारी है। इसी बीच स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा रुख अपनाते हुए बुधवार को 25 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया। बर्खास्त किए गए कर्मचारियों में संगठन के प्रदेश संरक्षक हेमंत सिन्हा और महासचिव कौशलेश तिवारी भी शामिल हैं।
कर्मचारियों का कहना है कि सरकार और प्रशासन बातचीत के रास्ते बंद कर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में आंदोलन ही एकमात्र विकल्प बचा है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी 10 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। NHM कर्मियों ने हड़ताल के दौरान अनोखे अंदाज में प्रदर्शन किया। कभी पीएम-सीएम और स्वास्थ्य मंत्री का मुखौटा पहनकर नाचते हुए सरकार के खिलाफ विरोध जताया, तो कभी खून से पत्र लिखकर अपनी मांगें रखीं। इसके बावजूद सरकार और संगठन के बीच सहमति नहीं बन पाई है।
बता दें कि कर्मचारी 18 अगस्त से हड़ताल पर हैं, जिससे प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। सरकार अब तक 10 में से पांच मांगें पूरी करने का आश्वासन दे चुकी है, लेकिन कर्मचारियों का कहना है कि बाकी मांगें भी उतनी ही जरूरी हैं। इससे पहले सोमवार को सरकार ने सभी हड़ताली कर्मचारियों को 24 घंटे के भीतर काम पर लौटने का आदेश दिया था और चेतावनी दी थी कि अनुपस्थित रहने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आदेश न मानने पर अब बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।