सस्ते सोने के लालच में सिपाही से 17.50 लाख की लूट, पारधी गिरोह ने दिया वारदात को अंजाम

रायपुर। नवा रायपुर में पदस्थ ट्रैफिक सिपाही मयंक खुंटे को सस्ते सोने का लालच महंगा पड़ गया। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में पारधी गिरोह ने उससे 17.50 लाख रुपए लूट लिए। सिपाही को जमीन में गड़ा सोना सस्ते दाम में देने का झांसा देकर बुलाया गया था। लेकिन सौदे की जगह उस पर कुल्हाड़ी और हंसिए से हमला कर लाखों रुपए लूट लिए गए।

जानकारी के मुताबिक, रायपुर निवासी सिपाही मयंक खुंटे की एक माह पहले झारखंड में पारधी गिरोह के सरगना युवराज पारधी से मुलाकात हुई थी। युवराज ने उसे भरोसा दिलाया कि उसके पास हांड़े में दबा हुआ सोना है, जिसे वह सस्ते दामों में बेच देगा। इस लालच में मयंक ने अपने परिचितों से गाड़ी खरीदने के नाम पर 17.50 लाख रुपए उधार लिए और 28 अगस्त को छुट्टी लेकर एमपी रवाना हो गया।

29 अगस्त को वह आशापुर पहुंचा, जहां युवराज, शबनम और अन्य आरोपी मिले। 31 अगस्त की सुबह वे हरदा रोड पर तोरनिया सोलर प्लांट के पास पहुंचे। यहां गिरोह ने अचानक सिपाही और उसके साथियों पर कुल्हाड़ी, हंसिया और डंडे से हमला कर दिया और नकदी लूटकर फरार हो गए।

घायल मयंक किसी तरह पास के पुलिस थाने पहुंचा और घटना की जानकारी दी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों युवराज और शबनम को पकड़ लिया और उनके पास से 14 लाख रुपए बरामद किए। फिलहाल मयंक का इलाज एमपी में चल रहा है।

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