छत्तीसगढ़ के 11 जिलों को मिला कैटरेक्ट ब्लाइंडनेस बैकलॉग फ्री स्टेटस

नेत्र रोगों की रोकथाम में राज्य को बड़ी उपलब्धि

रायपुर। छत्तीसगढ़ के 11 जिलों को भारत सरकार द्वारा कैटरेक्ट ब्लाइंडनेस बैकलॉग फ्री स्टेटस (CBBFS) प्रदान किया गया है। यह उपलब्धि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दृष्टिहीनता रोकथाम हेतु किए गए कार्यों का परिणाम है।

राज्य में पिछले डेढ़ वर्षों में 1.80 लाख से अधिक मोतियाबिंद ऑपरेशन सफलतापूर्वक किए गए हैं। “राष्ट्रीय नेत्र ज्योति योजना” के अंतर्गत दोनों आंखों में मोतियाबिंद से पीड़ित रोगियों की पहचान कर ऑपरेशन के माध्यम से दृष्टिहीनता दूर की जा रही है।

अब तक कबीरधाम, रायपुर, धमतरी, बलौदाबाजार, बालोद, दुर्ग, राजनांदगांव, खैरागढ़, रायगढ़, कोरबा व बस्तर जिलों को दृष्टिहीनता मुक्त घोषित किया जा चुका है। वहीं कांकेर और बेमेतरा के दावे सत्यापन की प्रक्रिया में हैं। राज्य में ग्लॉकोमा जैसे जटिल नेत्र रोगों की पहचान और रोकथाम के लिए नियमित जांच और जागरूकता की व्यवस्था की गई है। सभी विकासखंड स्तर पर नेत्र परीक्षण की सुविधा उपलब्ध है।

कॉर्नियल दृष्टिहीनता की रोकथाम के लिए “कॉर्नियल दृष्टिहीनता मुक्त राज्य योजना” चलाई जा रही है। इसके तहत अब तक 351 नेत्रदान हो चुके हैं। राज्य के 43 स्वास्थ्य संस्थानों में निःशुल्क नेत्र सेवाएं उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य विभाग की इस पहल से छत्तीसगढ़ नेत्र स्वास्थ्य की दिशा में देश में अग्रणी बन रहा है।

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