अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से एक दिन पहले महाकाल मंदिर में 12 घंटे तक रामायण और हनुमान चालीसा की चौपाइयों पर नृत्य प्रस्तुति होगी। 101 कलाकार श्री राम की अष्टयाम नृत्य सेवा करेंगे। संस्था के सचिव समीर पटवर्धन ने बताया कि प्रभु श्रीराम के प्राण-प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में महाकालेश्वर मंदिर समिति द्वारा आयोजित उत्सव में भोर से रात्रि तक लगातार 12 घंटे सतत नृत्य आराधना कर अष्टयाम नृत्य सेवा की जाएगी।
मंदिरों में सुबह की आरती से शयन तक यानी सुबह से लेकर रात्रि तक सेवा की जाती है, जिसे अष्टयाम सेवा कहते हैं। श्री महाकालेश्वर मंदिर में कलाकार 21 जनवरी की सुबह 8 से रात 8 बजे तक लगातार अष्टयाम नृत्य सेवा करेंगे। नृत्य गुरु पटवर्धन ने बताया इस विशेष प्रस्तुति में श्रीरामचंद्र कृपालु भजमन, हम कथा सुनाते श्रीराम की, जय राम सीताराम भजन, चाहे कृष्ण कहो या राम, बोलो राम राम राम सहित रामायण और श्रीराम पर आधारित 10 से अधिक विशेष प्रस्तुतियां दी जाएंगी।
चार साल की ध्वनि, सावी भी देंगे प्रस्तुति
प्रस्तुति देने वाली कलाकारों में छोटी उम्र से लेकर बड़ी उम्र तक की नृत्यांगनाएं भी शामिल हैं। विशेष रूप से चार वर्ष की ध्वनि अकोदिया और सावी उपाध्याय के अलावा 56 वर्षीय किरण रावल और 66 वर्षीय सुमन वर्मा भी इस प्रस्तुति का हिस्सा बनेंगी। रामायण और श्रीराम पर आधारित प्रस्तुतियों के अलावा दर्शकों को शुद्ध कथक नृत्य की प्रस्तुतियां भी अष्टयाम नृत्य सेवा में देखने को मिलेंगी। कलाकारों द्वारा इस विशेष प्रस्तुति के लिए पिछले एक सप्ताह से लगातार अभ्यास किया जा रहा है।