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100 रुपये के लिए किया संघर्ष, पहले PCS और फिर बनीं मिसेज इंडिया..

हौसला और जूनून हो, तो इंसान कुछ भी कर सकता है. यही साबित किया है ऋतु सुहास ने. उन्‍होंने एक सामान्‍य परिवार में रहकर सिविल परीक्षाओं की तैयारी की और आखिरकार कामयाबी भी पाई. ऋतु सुहास ने कॉलेज की पढ़ाई-लिखाई के दौरान काफी स्ट्रगल किया है. UPPSC परीक्षा की तैयारी के दौरान उनके पास अखबार खरीदने के लिए 100 रुपये तक नहीं थे. तब वह ट्यूशन पढ़ाकर न्यूज पेपर खरीदा करती थी. ऋतु सुहास को प्रमोट कर आईएएस ऑफिसर बनाया गया.

बता दें कि ऋतु सुहास जब पढ़ाई कर रही थीं, तब उनके पिता की इनकम ज्यादा नहीं थी. इस वजह से छोटी-छोटी जरूरतों के लिए भी उन्हें काफी स्ट्रगल करना पड़ा. उस समय उनके खानदान में लड़कियों का घर से बाहर निकलना तक सही नहीं माना जाता था. उन्होंने नवयुग गर्ल्स कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी की है. ऋतु ने 2003 में जब यूपी पीसीएस की तैयारी करने का निर्णय लिया तो उनके रिश्तेदारों ने काफी ऑब्जेक्शन उठाया था. लेकिन माता-पिता के सपोर्ट से वह उन्होंने अपनी तैयारी जारी रखी. उनके पास पीसीएस कोचिंग की फीस के रुपये नहीं थे. इसलिए वह सेल्फ स्टडी करती थीं. वह रोजाना एक इंग्लिश अखबार पढ़ती थीं. जब महीने के आखिर में उनके पास अखाबर वाले को देने के लिए 100 रुपये नहीं थे तो उन्होंने बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया था.

CS: ऋतु ने 2003 में जब यूपी पीसीएस की तैयारी करने का निर्णय लिया तो उनके रिश्तेदारों ने काफी ऑब्जेक्शन उठाया था. लेकिन माता-पिता के सपोर्ट से वह उन्होंने अपनी तैयारी जारी रखी. उनके पास पीसीएस कोचिंग की फीस के रुपये नहीं थे. इसलिए वह सेल्फ स्टडी करती थीं. वह रोजाना एक इंग्लिश अखबार पढ़ती थीं. जब महीने के आखिर में उनके पास अखाबर वाले को देने के लिए 100 रुपये नहीं थे तो उन्होंने बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया था.

ऋतु के साथ ही उनके एक सहेली भी पीसीएस परीक्षा की तैयारी कर रही थी. ऋतु रोजाना उसी के घर जाकर अपने नोट्स बनाती थीं. 2003 में यूपी पीसीएस परीक्षा होने के बाद उसका रिजल्ट एक साल के लिए टाल दिया गया था. बेरोजगारी के दौर में उनके लिए एक साल का वक्त काटना काफी भारी साबित हुआ था. फिर 2004 में रिजल्ट जारी हुआ और उसमें सफल घोषित होने के बाद उन्हें सरकारी नौकरी मिल गई थी.

ऋतु सुहास की पहली पोस्टिंग मथुरा में एसडीएम के तौर पर हुई थी. उसके बाद वह बतौर एसडीम आगरा, जौनपुर और सोनभद्र में भी रही हैं. बाद में अपर नगर आयुक्त इलाहाबाद के पद पर अपॉइंट की गई थीं. साल 2008 में उन्होंने आईएएस सुहास एलवाई (Suhas LY Wife) से शादी की थी, जो फिलहाल नोएडा के डीएम हैं.

ऋतु सुहास और सुहास एलवाई के दो बच्चे हैं. ऋतु 2019 में मुंबई में हुई मिसेज इंडिया-2019 प्रतियोगिता का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं. तब इस प्रतियोगिता में 20 राज्यों की 59 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था. प्रतियोगिता 6 राउंड में हुई थी और ऋतु ने कॉस्ट्यूम व सवाल-जवाब राउंड में सबसे शानदार प्रदर्शन किया था. वह समय-समय पर रैंप पर नजर आती हैं.

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