रायपुर। खमतराई पुलिस ने पुलिस की नौकरी लगवाने के नाम पर 10 लाख रुपये की ठगी का मामला दर्ज किया है। यह धोखाधड़ी करीब आठ साल पुरानी है, जब ठग ने एक व्यक्ति से यह रकम वसूली थी। लेकिन ना तो नौकरी लगवाई गई और ना ही पैसे वापस किए गए।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, महेंद्र सिंह मानसर (49 वर्ष), जो जागृति नगर, रायपुर में रहते हैं और मूल रूप से जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम परसदा, अकलतरा के निवासी हैं, उन्होंने बुधवार की रात थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। महेंद्र ने बताया कि वर्ष 2016 में उनकी पहचान जय वर्मा नामक व्यक्ति से हुई थी। सितंबर 2018 में महेंद्र ने जय से अपने भाई को छत्तीसगढ़ पुलिस में सिपाही की नौकरी दिलवाने के संबंध में चर्चा की थी। जय ने भरोसा दिलाया कि वह विभाग में संपर्क के जरिए यह काम करवा देगा, और इसके एवज में 10 लाख रुपये ले लिए।
इसके बाद कई वर्षों तक महेंद्र नौकरी लगने का इंतजार करते रहे, लेकिन जय ने हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर टाल दिया। जब महेंद्र ने पैसे वापस मांगने शुरू किए, तो जय हीलाहवाली करता रहा। आखिरकार, महेंद्र ने ठगी का शिकार होने के बाद खमतराई थाने में IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत शिकायत दर्ज कराई। पुलिस अब आरोपी जय वर्मा की तलाश में जुटी है और मामले की जांच कर रही है।