जी हां…कुछ इस तरीके से हुई चाय की खोज…रोचक है इसके पीछे की कहानी

भारतीयों में चाय को लेकर अलग ही क्रेज है. यहां नुक्कड़ से लेकर फाइव स्टार होटल तक में चाय सर्व की जाती है. लेकिन क्या आपको पता है कि पहली बार चाय कब और कहां पी गई थी और भारत में यह कब पहुंची? आइए जानते हैं. चाय का इतिहास करीब 5000 साल पुराना है. माना जाता है कि 2732 बीसी में चीन के शासक शेंग नुंग ने गलती से चाय की खोज की थी.

एक बार राजा के उबलते पानी में कुछ जंगली पत्तियां गिर गई, जिसके बाद अचानक पानी की रंग बदलने लगा और पानी से अच्छी खुशबू आने लगी.

जब राजा ने इस पानी को पिया तो उन्हें इसका स्वाद काफी पसंद आया है. साथ ही इसे पीते ही उन्हें ताजगी और ऊर्जा का अहसास हुआ.

इस तरह गलती से चाय की शुरुआत हुई, जिसे राजा ने चा.आ नाम दिया था. वहीं, भारत की बात करें तो बिट्रेन से आए अंग्रेज चाय को भारत लेकर आए थे. साल 1834 में जब गवर्नर जनरल लॉर्ड बैंटिक भारत आए. उन्होंने असम में कुछ लोगों को चाय की पत्तियों को उबालकर दवाई की तरह पीते हुए देखा. इसके बाद बैंटिक ने असम के लोगों को चाय की जानकारी दी और इस तरह भारत में चाय की शुरुआत हुई. इसके बाद साल 1835 में असम में चाय के बाग लगाए गए और फिर 1881 में इंडियन टी एसोसिएशन की स्थापना की गई.

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