हेल्थ (Health)

Diabetes के मरीज के लिए बहुत फायदेमंद है कटहल का आटा, शुगर को आसानी से करता है कंट्रोल

Health News: खराब डाइट और लाइफस्टाइल के कारण लोगों में शुगर की बीमारी सबसे ज्यादा हो रही है। भारत में डायबिटीज के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। युवाओं को सबसे ज्यादा ये बीमारी अपनी गिरफ्त में ले रही है। जिसका बड़ा कारण अनहेल्दी लाइफस्टाइल, तनाव और खान-पान में गड़बड़ी है। इस तरह जीने से शरीर में कई बीमारियां पनपने लगी हैं। ऐसे में डायबिटीज से बचना है या डायबिटीज को कंट्रोल करना है तो खाना सबसे पहले बदल दें। ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं। साथ ही आपको डॉक्टर से सलाह लेना भी जरूरी है। घरेलू उपायों में सबसे पहले आप अन्न को बदल दें। डायबिटीज में गेहूं की बजाय आप कटहल के आटे की रोटियां खाएं। कई रिसर्च में ये पाया गया है कि हरे कटहल के आटे से डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है। इससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा भी दूर होता है। जानिए क्या है कटहल का आटा और इसे कैसे इस्तेमाल करते हैं?

डायबिटीज में कटहल का आटा क्यों फायदेमंद है?

कई रिपोर्ट्स में ये कहा गया है कि अगर आप डेली हरे कटहल के आटे की रोटियां खाते हैं तो इससे टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों को काफी फायदा मिलता है। वैज्ञानिकों की मानें तो कटहल का आटा डायबिटीज के मरीज में प्लाज्मा शर्करा के लेवल को कम करने में मदद करता है। जो लोग कटहल के आटे का इस्तेमाल करते हैं उनके शरीर में ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन की मात्रा कम पाई गई।

क्या कहती है रिसर्च

अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन में छपी एक रिसर्च के अनुसार, करीब 40 लोगों पर ये रिसर्च की गई जिन्हें दो ग्रुप में बांटा गया था। एक ग्रुप में शामिल लोगों को 12 सप्ताह तक हरे कटहल के आटा खिलाया गया और दूसरे ग्रुप के लोगों को नॉर्मल आटा खिलाया गया। नतीजे सामने आए कि जिस ग्रुप के लोगों ने कटहल का आटे की बनी रोटियां खाईं उनका ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन काफी कम था। जो लोग कटहल का आटा इस्तेमाल करते हैं उनका ब्लड शुगर तेजी से कम होता है।

कैसे बनता है कटहल का आटा

भारत और उसके आसपास के कई देशों में कटहल का भारी मात्रा में उत्पादन होता है। आप कटहल के बीजों को सुखा लें। सूखने के बाद उनके ऊपर की लेयर को हटा दें और कटहल के बीज को बारीक टुकड़ों में काट लें। अब इन बीजों को पीसकर आटा बना लें।

कटहल के आटे के फायदे

कटहल के आटे से बनी रोटियां खाने से मधुमेह जैसी खतरनाक बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है।
कटहल का आटा खाने से टाइप-2 डायबिटीज के खतरे को कम किया जा सकता है।
कटहल का आटा न सिर्फ डायबिटीज बल्कि हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को भी कंट्रोल करता है।
कटहल का आटा खाने से वजन घटाने में मदद मिलती है ये रोटी मोटापे को कम करती है।
जो लोग कटहल के आटे से बनी रोटियां खाते हैं उनकी हड्डियां मजबूत बनती है।

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